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Friday, September 22, 2023

डॉलर के मुकाबले रुपए की कीमत में गिरावट के सवाल पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दिया ये जवाब

पुणे: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि दुनिया की अन्य मुद्राओं की तुलना में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले कहीं अधिक मजबूती से खड़ा रहा है. डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत के रिकॉर्ड स्तर पर गिर जाने के बाद भारतीय मुद्रा की स्थिति को लेकर जताई जा रही चिंताओं के बीच सीतारमण ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और वित्त मंत्रालय रुपए की स्थिति पर लगातार करीबी नजर रखे हुए हैं.Also Read – Dollar Vs Rupee : डॉलर के मुकाबला रुपया 49 पैसे टूटकर 81.89 पर बंद, शुरुआती कारोबार में 81.93 बनाया था ऑल टाइम लो

सीतारमण ने पुणे में संवाददाताओं के साथ बातचीत में कहा, अगर मुद्राओं के उतार-चढ़ाव की मौजूदा स्थिति में किसी एक मुद्रा ने अपनी स्थिति को काफी हद तक बनाए रखा है तो यह भारतीय रुपया ही है. हमने काफी अच्छी तरह इस स्थिति का सामना किया है. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया शुक्रवार को 81 रुपए के करीब पहुंच गया. पिछले कुछ महीनों में रुपए की कीमत में लगातार गिरावट आई है. Also Read – RBI Repo Rate Hike : रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में की आधा फीसदी की बढ़ोतरी, जानें- आप पर क्या होगा इसका असर?

If any one currency that did not get into the fluctuation of volatility as much as other currencies, it is the Indian Rupee. We have held up very well against the US dollar. RBI & the ministry is keeping a close watch on the situation: Union Finance Minister Nirmala Sitharaman pic.twitter.com/CrjoDCrMiW

— ANI (@ANI) September 24, 2022

Also Read – रेपो दर 0.5 प्रतिशत बढ़कर तीन साल के उच्चस्तर 5.9 प्रतिशत पर, आरबीआई ने घटाया वृद्धि दर का अनुमान

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण नेकहा कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अन्य मुद्राओं की तुलना में रुपया “बहुत अच्छी तरह से वापस आ गया है”. रिजर्व बैंक और वित्त मंत्रालय घटनाक्रम पर बहुत करीबी नजर रख रहे हैं, वित्त मंत्री ने ग्रीनबैक के मुकाबले घरेलू मुद्रा के जीवन भर के निचले स्तर पर जाने के बाद संवाददाताओं से कहा.

उन्होंने अपने तीन दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम दिन यहां संवाददाताओं से कहा, “यदि कोई एक मुद्रा जो अपने आप में बनी हुई है और अन्य मुद्राओं की तरह उतार-चढ़ाव या अस्थिरता में नहीं आई है, तो वह भारतीय रुपया है. हमने बहुत अच्छी तरह से वापस रखा है.”

उन्होंने एक रिपोर्टर से यह अध्ययन करने के लिए भी कहा कि अवमूल्यन के नवीनतम दौर में अन्य मुद्राएं अमेरिकी डॉलर के मुकाबले कैसा व्यवहार कर रही हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, इस साल की शुरुआत में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण से उत्पन्न भू-राजनीतिक तनाव से शुरू होने वाले प्रतिकूल वैश्विक विकास से अवमूल्यन का नवीनतम दौर शुरू हो गया है.

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