पेट्रोल-डीजल से चलने वाले वाहनों से होने वाले प्रदूषण और दूसरे देशों पर इन ईंधनों की निर्भरता को कम करने के उद्देश्य से इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दिया जा रहा है. इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार और राज्य की सरकारें कई तरह की छूट भी दे रही हैं. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब जल्द ही सरकार हाइब्रिड कारों (Hybrid Car) पर भी टैक्स को कम करने की योजना बना रही हैं.Also Read – इस धाकड़ कार कंपनी ने अपने सभी वाहनों को ‘माइल्ड-हाइब्रिड पेट्रोल’ में बदला, 2030 सभी कारें हो जाएंगी इलेक्ट्रिक
हाइब्रिड कारों पर टैक्स कम करने की जानकारी एक अंग्रेजी वेबसाइट ऑटोकार इंडिया ने शेयर की है. ऑटोकार के मुताबिक एमिशन नॉर्मस के आधार पर जल्द ही टैक्स को निर्धारित किया जा सकता है. Also Read – इस राज्य के लोगों की तो मौज हो गई, नई EV पॉलिसी से लाखों रुपये सस्ती मिलेंगी इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड कारें, होंडा सिटी होगी 3 लाख रुपये सस्ती
जानकारी के मुताबिक एक्सपर्ट की एक टीम ग्लोबल और घरेलू डाटा का विश्लेषण कर रही है. ऑटोकार इंडिया के मुताबिक, भारी उद्योग मंत्रालय के सचिव अरुण गोयल ने बताया कि SIAM पैनल द्वारा चर्चा के बाद इस विषय पर ध्यान दिया गया. Also Read – ऐसा होगा मारुति सुजुकी ब्रेजा का फुल हाइब्रिड मॉडल! मिलेंगे धांसू फीचर, माइलेज सुनकर तबियत खुश हो जाएगी
अरुण गोयल ने बताया है कि वे इंडस्ट्री की तरफ से मिलने वाले फीडबैक पर काम कर रहे हैं, जो टैक्स रेट्स पर है. इसमें एमिशन नॉर्म्स को भी शामिल किया गया है.
कारों पर अभी लगने वाला टैक्स
मौजूदा समय में केंद्र की तरफ से इलेक्ट्रिक व्हीकल पर सिर्फ 5 प्रतिशत टैक्स लगाता है, जबकि माइल्ड हाइब्रिड पर 29 प्रतिशत का टैक्स है और स्ट्रांग हाइब्रिड कार पर 43 प्रतिशत का टैक्स लगता है. वहीं इंटरनल कंबंशन इंजन (पेट्रोल-डीजल इंजन) से चलने वाली कारों पर 29 प्रतिशत (सब 4 मीटर व्हीकल या 1.2 लीटर इंजन वाले वाहन) टैक्स लगता है. वहीं सब 4 मीटर की 1.5 लीटर इंजन के साथ आने वाली कारों पर 31 प्रतिशत टैक्स लगता है. साथ ही 4 मीटर से लंबी गाड़ियों पर 45 प्रतिशत टैक्स लगता है.
हाइब्रिड कार (Hybrid Car)
हाइब्रिड कार सिस्टम में दो प्रकार का पावर ट्रेन मिलता है. इसमें दो तरह की मोटर्स होती हैं. ये मोटर पहियों को घूमने के लिए जरूरी पॉवर देती हैं. जब कार पेट्रोल पर चलती है तो कार में लगी एक मोटर बिजली जनरेट करती है जिससे बैटरी चार्ज होती है. ऐसे में कार के अंदर पेट्रोल और बैटरी का ऐसा कॉम्बीनेशन तैयार किया जाता है, जिससे कार ज्यादा माइलेज देती है और कम प्रदूषण फैलाती है.