Rajasthan News: राजस्थान के पंचायती राज और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री राजेन्द्र गुढा ने बृहस्पतिवार को संकेत दिया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने और उनके मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिये जाने की स्थिति में यदि सचिन पायलट को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो वह और अन्य पांच विधायक विरोध नहीं करेंगे. गुढा उन छह विधायकों में शामिल हैं, जिन्होंने बसपा छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी. वह गहलोत के करीबी माने जाते हैं. हालांकि, गुढा ने वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों में अपना रुख साफ करते हुए संकेत दिए हैं कि वे किसी चेहरे के साथ नहीं है.Also Read – सचिन पायलट को लेकर नहीं बल्कि इस वजह से नाराज थे विधायक! सीएम गहलोत ने बताई असली वजह
राजेन्द्र गुढा ने कहा, ‘‘कांग्रेस के हमारे नेता.. सोनिया जी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जो फैसला करेंगे उसको सारे लोग स्वीकार करेंगे.. और इसमें किन्तु-परन्तु की कोई बात नहीं है. ’’ गुढा ने जयपुर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘हम सभी छह विधायक आज कांग्रेसी हैं.. कांग्रेस के सदस्य हैं और विधानसभा में भी कांग्रेस के सदस्य हैं, तो जो भी सोनिया जी, राहुल जी, प्रियंका जी फैसला करेंगे.. हम उस फैसले का स्वागत करेंगे.’’ Also Read – 'मेरी आत्मा कहती है कि मैं नियमों का पालन करूं', ये कहते हुए PM मोदी ने रात में नहीं दी स्पीच, बोले- फिर आऊंगा
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए अशोक गहलोत के चुनाव लड़ने की संभावना के बीच गुढ़ा का बयान पार्टी नेता राहुल गांधी द्वारा चिंतन शिविर सुधारों के अनुरूप “एक व्यक्ति, एक पद” की अवधारणा के मद्देनजर आये बयान के बाद आया है. इस बयान से साफ लग रहा है कि अगर पार्टी आलाकमान सचिन पायलट के मुख्यमंत्री बनाता है तो उनके विरोधी इसका विरोध नहीं करेंगे. बता दें कि मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अशोक गहलोत की इच्छा है सीपी जोशी उनके उत्तराधिकारी बनें. जबकि सचिन पायलट के करीबी विधायकों की मांग है कि पूर्व डिप्टी सीएम पायलट को ही ये जिम्मेदारी सौंपी जाए. Also Read – Jaipur Metro Update: त्योहारी सीजन में मेट्रो के फेरे और टाइमिंग को लेकर आया यह बड़ा अपडेट
(इनपुट-भाषा)