पेट्रोल-डीजल के लिए अन्य देशों पर निर्भरता को कम करने के लिए सरकार प्रयास कर रही है. इसके लिए एक तरफ इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दिया जा रहा है तो दूसरी तरफ फ्लेक्स फ्यूल वाहनों के आने की भी चर्चा तेज है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक टोयोटा 28 सितंबर को देश की पहली फ्लेक्स फ्यूल कार (Flex-Fuel Car) पेश करने की तैयारी में है.Also Read – लुक, फीचर्स के मामले में किसी पेट्रोल कार से कम नहीं होंगी ये CNG कार, जानें कब तक होंगी लॉन्च
अपने फ्लेक्स फ्यूल कार को टोयोटा कोरोला हाइब्रिड नाम से पेश कर सकती है. ये कार इथेनॉल-मिश्रित फ्यूल से चलेगी. जानकारी के मुताबिक इस कार का अवनावरण केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी दिल्ली में करेंगे. Also Read – दिवाली में है फैमिली को कार गिफ्ट करने की तैयारी, 10 से 12 लाख के बजट में आती हैं ये बेहतरीन कारें
इस महीने की शुरुआत में ही ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ACMA) के 62वें वार्षिक सत्र में बोलते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने खुद घोषणा की थी कि वह सितंबर में भारत में पहली फ्लेक्स-फ्यूल कार का अनावरण करेंगे. Also Read – चिप सप्लाई में सुधार और त्योहारी सीजन में डिमांड से कार कंपनियों में खुशी की लहर, बिक्री ने पकड़ी रफ्तार
कैसी होगी hybrid flex-fuel
फ्लेक्स फ्यूल से चलने वाली गाड़ियों में एक आंतरिक दहन ईंधन होता है जो गैसोलीन और मेथनॉल या इथेनॉल के साथ मिलकर तैयार किया जाता है. इस तरह के फ्यूल से पेट्रोल का इस्तेमाल कम होगा. ये सस्ता भी होगा और लोगों के पैसे भी बचेंगे. नितिन गडकरी पहले भी कई बार कह चुके हैं कि आने वाले समय में किसान ही ऊर्जा प्रदान करेंगे. दरअसल उन्होंने अपनी इस बात को साफ करते हुए कहा था कि ये फ्लेक्स फ्यूल गन्ने, मक्के आदि किसानों द्वारा पैदा की जाने वाली फसल से बनेंगे. ऐसे में किसान ही इस ऊर्जा को पैदा करने वाले होंगे.
जानकारों का कहना है कि फ्लेक्स फ्यूल वाहन माइलेज के मामले में भी बेहतरीन साबित होंगे. फ्लेक्स फ्यूल इंजन की खासियत यह है कि ये बिना किसी दिक्कत के अपने स्टैंडर्ड फ्यूल के अलावा दूसरे फ्यूल से भी चल सकती हैं.